Pyaj ki kheti Kaise Kare : नमस्कार किसान भाइयों आपको इस लेख के माध्यम से हम आज आपको प्याज की उन्नत खेती कैसे करते है इसके बारें में विस्तार से बताये. जिससे आपको प्याज की भरपूर पैदावार मिल सकें.
प्याज की खेती भारत के विभिन्न राज्यों में होती है या यूँ कहें की प्याज की खेती लगभग पुरे भारत देश में होती है. दुनिया की बात करें तो पहले नम्बर पर चीन और दुसरे नंबर पर भारत देश में सर्वाधिक प्याज का उत्पादन होता है.
इसलिए प्याज की डिमांड पुरे विश्व में हमेशा रहती है परन्तु किसी कारण वश इसके भाव किसानो को नही मिल पाते है. इसलिए हम आपको प्याज की वैज्ञानिक खेती के साथ Pyaj की उन्नत खेती के बारें में विस्तार से बताते है.
इसके अलावा प्याज की खेती का सही समय, बरसती प्याज की खेती, खरीब प्याज की खेती, hybrid प्याज और देशी प्याज की खेती, रबी प्याज की खेती कैसे करें.
प्याज का परिचय
प्याज एक वनस्पति है जिसका कंद को सब्जी के रूप में काम लिया जाता है. भारत में महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश (MP), गुजरात और कर्नाटक में ज्यादातर प्याज का उत्पादन और प्याज की खेती की जाती है.
प्याज का इस्तेमाल सब्जी, अचार को बनाने, सलाद, मसाले इत्यादि रूप में काम आता है.
प्याज का उपयोग बहुत सी बीमारीयों जैसे – शरीर दर्द, फोड़ा, खूनी बवासीर, पित्तरोग, तिल्ली रोग, रतौंधी, नेत्रदाह, मलेरिया, कान दर्द और कीड़ों के काटने से उत्पन्न होने वाली जलन को शान्त करने में किया जाता है.
प्याज की खेती करने वाले देशों की सूचि
प्याज की खेती निम्न देशों में ज्यादा की जाती है.
- चीन (चीनी जनवादी गणराज्य)
- भारत
- संयुक्त राज्य (अमेरिका)
- मिस्त्र
- ईरान
- तुर्की
- पाकिस्तान
- ब्राजील
- रूस
- दक्षिण कोरिया
अब बात करते है की प्याज की खेती कैसे करें.
प्याज की उन्नत किस्में
प्याज की उन्नत किस्मों में आपको Hybrid प्याज और देशी प्याज में मिलती है. अलग – अलग सीजन के हिसाब से प्याज की अलग किस्मों को बोया जाता है.
खरीब में बुआई करने वाले प्याज को नासिक प्याज भी कहते है और रबी के प्याज को देशी या पूसा रेड भी कहा जाता है.
खरीब की बुआई के लिए प्याज की किस्में
एन 53, एग्री फाउंड डार्क रेड, नासिक प्याज इत्यादि.
रबी की बुआई के लिए प्याज की किस्में
एग्री फाउंड लाइट रेड, एग्री फाउंड रोज, पूसा रेड, पूसा रतनार, पूसा वाइट इत्यादि.
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प्याज की खेती का सही समय
जैसा की हमने आपको बताया की प्याज की खेती 2 सीजन में होती है. इसके लिए आपको दोनों समय प्याज के रोप या नर्सरी को तैयार करना होता है.
खरीब प्याज की बुआई का समय
प्याज की बुआई यदि आप Kharib में करना चाहते है तो आपको प्याज की कणी को मई और जून के दुसरे सप्ताह तक छिडकाव विधि से रोप की तेयारी करनी चाहिए. यह कंद आपके 2 महीने में पोध का रूप ले लेंगे इन्हें आप अगस्त महीने के शुरुआत में पंक्तियों में 5 से.मी. की दुरी पर प्याज की रोपाई करना चाहिए.
रबी प्याज की बुआई का सही समय
ज्यादातर किसान भाई अगस्त के मध्य से अक्टूबर के बिच में pyaj की नर्सरी के लिए बीजों का छिडकाव करते है और यह नवंबर माह से जनवरी के पहले सप्ताह तक पोध की रोपाई क्यारियाँ बनाकर पंक्तियों में लगाते है.
प्याज की खेती के लिए जलवायु और भूमि का चयन
सबसे पहले बात करते है प्याज के लिए कौन सी जलवायु यानि वातावरण की आवश्यकता होती है.
प्याज की खेती के लिए वह जलवायु जो न ज्यादा गर्म हो और न ही ज्यादा ठंडी. प्याज की खेती के सही मौसम की जरुर होती है जो आपको मध्यप्रदेश में मिलती है.
जब प्याज छोटा होता है तो उसे ठण्ड की जरुरत होती है और जैसे – जैसे प्याज बनना शुरू होने लगता है वैसे – वैसे गर्मी की जरूरत होती है.
अब बात करते है – प्याज के लिए कौन सी भूमि सही है.
प्याज की खेती के लिए सभी तरह की भूमि सही रहती है परन्तु पतली और कंकरेली मिट्टी सही नही होती है. दोमट मिट्टी और काली मिट्टी में प्याज अच्छे होते है.
भूमि समतल और उपजाऊ हो तो प्याज की खेती आसानी से कर सकते है.
प्याज की बुआई से पहले क्या करें
प्याज की बुआई से पहले आपको निम्न बातों को ध्यान रखना चाहिए
- सबसे पहले सही प्याज का बीज यानि कण का चुनें
- प्याज के बीजों को क्यारियों में छिडकाव कर रोप (नर्सरी) तैयार करें.
- प्याज नर्सरी की क्यारियों को बनाते समय जैविक खाद जरुर डाले जिससे कंद निकलने पर कम टूटेंगे.
- जिस खेत में प्याज के कन्दो लगाना है उसे दो बार गहरी जुताई कर रोटाविटर से भूमि को बारीक़ कर लेवें.
- अब आप इसमें फास्फोरस प्रति बीघा 2 बेग डालें और जैविक खाद भी डाल सकते है.
- अब नर्सरी से प्याज के कंद को निकाल कर क्यारियों में प्याज की रोपाई करें.
प्याज की रोपाई कैसे करें
प्याज की बुआई करने के लिए आपको प्याज की नर्सरी यानि रोप तैयार करना होता है यह तरीका बहुत अच्छा होता है जिससे एक समान बढिया प्याज पैदावार होती है.
एक बीघा में प्याज लगाने के लिए आपको 2 किलो प्याज के बीजों की जरुर होती है.
इन बीजो को एक खेत में 50 फिट के समतल 4 से 6 क्यारियों में छिडकाव कर रोप तैयार करें और यह रोप तैयार होने पर प्याज की रोपाई अलग स्थान पर करें.
प्याज की पौध (नर्सरी) लगभग 2 महीने में तैयार हो जाती है और प्याज को रोपने पर
3 से 4 महीने में फसल कम्पलीट हो जाती है.
प्याज की फसल में सिंचाई
प्याज की बुआई करने के साथ ही पानी पिलाये और 3 से 4 दिन के बाद फिर सिचाई करें कम – कम पानी से.
प्याज को प्रत्येक 12 से 15 दिन में लगातार सिचाईं देवें और आखिरी में जब प्याज के पत्ते पीले हो जाये और कंद पकने लगे तब सिचाई बंद कर देवें.
प्याज की खेती में खरपतवार नियंत्रण
जब प्याज में आपको बारीक़ – बारीक़ या छोटे खरपतवार पर Propaquizafop 5% + Oxyflurofen 12% w/w EC छिडकाव करें. परन्तु यह दवाई छिडकाव से पहले कृषि सेवा केंद्र की सलाह जरुर लेवें.
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